विष्णु पुराण : सनातन धर्म का अनमोल खजाना
जब मैंने पहली बार विष्णु पुराण के पन्ने पलटे थे तो मुझे एहसास हुआ कि यह सिर्फ एक धार्मिक किताब नहीं है ! बल्कि यह जीवन जीने की पूरी कला है ! क्या आपने कभी सोचा है कि हजारों साल पहले लिखा गया यह ग्रंथ आज भी हमारे दिल को इतना गहराई से क्यों छूता है ?
विष्णु पुराण अठारह महापुराणों में से एक है और वैष्णव धर्म का आधारस्तंभ माना जाता है ! यह ग्रंथ केवल कहानियों का संग्रह नहीं है यह एक ऐसा दर्पण है जिसमें हम अपनी आत्मा का प्रतिबिंब देख सकते हैं !
विष्णु पुराण की रचना महर्षि पराशर ने अपने शिष्य मैत्रेय ऋषि को सुनाई थी ! कितना दिलचस्प है ना कि ज्ञान की यह अमूल्य धारा गुरु शिष्य परंपरा से आज तक बहती चली आ रही है ! इस पुराण में लगभग सात हज़ार ( 7,000 ) श्लोक हैं हालांकि कुछ ग्रंथों में इसकी मूल संख्या तेईस हज़ार ( 23,000 ) बताई गई है !
मुझे हमेशा आश्चर्य होता है कि उस दौर में लोग इतनी व्यवस्थित तरीके से अपने ज्ञान को संजो कर रखते थे ! आज के डिजिटल युग में भी हम कभी कभी अपनी जरूरी चीजें भूल जाते हैं लेकिन तब लोगों ने हजारों श्लोकों को मौखिक परंपरा से सुरक्षित रखा !
क्या आपको पता है कि विष्णु पुराण छह अंशों में बांटा गया है ? हर अंश एक अलग संसार की तरह है :
प्रथम अंश में सृष्टि की शुरुआत और प्रह्लाद जैसे महान भक्तों की कहानी है ! जब मैं प्रह्लाद की कथा पढ़ता हूं तो मन में यह सवाल उठता है आखिर उस छोटी सी उम्र में उसमें इतनी हिम्मत कहां से आई थी ?
द्वितीय अंश पृथ्वी की भौगोलिक जानकारी देता है ! सात द्वीप, सात समुद्र कितनी सुंदर कल्पना है !
तृतीय अंश में जीवन के चार आश्रमों की बात है ! ब्रह्मचर्य से संन्यास तक का सफर आज भी उतना ही प्रासंगिक है !
चतुर्थ अंश राजवंशों का इतिहास बताता है !
पंचम अंश यह तो मेरा सबसे पसंदीदा हिस्सा है ! भगवान कृष्ण की पूरी जीवनगाथा ! गोकुल की गलियों से द्वारका के महलों तक का सफर ! कितना रोमांचक है ना !
षष्ठ अंश में कलियुग और मोक्ष की चर्चा है !
विष्णु जी हमारे जीवन के संरक्षक
भगवान विष्णु को संसार का पालनहार कहा जाता है ! मुझे लगता है कि वे एक आदर्श पिता की तरह हैं जो हमेशा अपने बच्चों की देखभाल करते रहते हैं ! जब भी अधर्म बढ़ता है वे अवतार लेकर आते हैं ! यह कितनी सुंदर बात है !
क्या आपने कभी सोचा है कि दशावतार क्यों हुए ?
हर अवतार का एक मकसद था :
मन को छू लेने वाली कथाएं
प्रह्लाद की कहानी मुझे हमेशा रोमांचित करती है ! एक छोटा बच्चा जिसके पिता खुद को भगवान समझते थे लेकिन वो अपनी भक्ति से नहीं डिगा ! क्या यह दिखाता नहीं है कि सच्ची आस्था में कितनी ताकत होती है ?
कृष्ण चरित्र तो विष्णु पुराण की जान है ! गोपियों के साथ रासलीला, गोवर्धन उठाना, कंस का वध हर कहानी में एक गहरी शिक्षा छुपी है ! मुझे लगता है कि कृष्ण के किरदार में हर इंसान का आदर्श छुपा है !
ध्रुव की तपस्या की कहानी हमें सिखाती है कि अगर मन में पक्का इरादा हो तो कुछ भी असंभव नहीं ! आज भी जब मैं आसमान में ध्रुव तारा देखता हूं तो उस बच्चे की दृढ़ता याद आ जाती है !
क्या आपको पता है कि विष्णु पुराण असल में जीवन का पूरा गाइड है ?
इसमें बताया गया है कि :
पुराण कहता है दूसरों का भला करो, किसी को दुख मत दो, झूठ मत बोलो, चोरी मत करो ! कितनी सरल बातें हैं, लेकिन कितनी गहरी !
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में विष्णु पुराण की शिक्षाएं और भी महत्वपूर्ण हो गई हैं ! जब मैं तनाव में होता हूं तो कृष्ण की लीलाओं को याद करता हूं ! उनकी मुस्कान, उनका प्रेम सब कुछ मन को शांति देता है !
गोवर्धन पर्वत की कहानी आज के पर्यावरण संकट के लिए कितनी प्रासंगिक है ! कृष्ण ने इंद्र के अहंकार को तोड़कर दिखाया कि प्रकृति की शक्ति से बड़ी कोई ताकत नहीं !
आजकल डिप्रेशन और तनाव की समस्या बढ़ रही है ! विष्णु पुराण की भक्ति और ध्यान की शिक्षाएं इसका बेहतरीन इलाज हैं !
भारतीय कला में विष्णु पुराण का प्रभाव हर जगह दिखता है ! चाहे वो अजंता की पेंटिंग्स हों या कत्थक डांस सब जगह कृष्ण की छाप है ! जन्माष्टमी, होली जैसे त्योहार इसी पुराण से आते हैं !
विष्णु पुराण सिखाता है कि भक्ति का मतलब सिर्फ मंदिर जाना या पूजा करना नहीं है ! असली भक्ति तो दिल में प्रेम रखना है ! जब प्रह्लाद के दिल में विष्णु के लिए सच्चा प्रेम था तो भगवान खुद उसकी रक्षा के लिए आ गए !
मुझे लगता है कि इस पुराण की सबसे बड़ी सीख यह है कि संघर्ष और प्रेम साथ साथ चल सकते हैं ! कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में भाग लिया, लेकिन दिल में सबके लिए प्रेम रखा ! यही तो जिंदगी का सच है कभी लड़ना पड़ता है, कभी प्यार करना पड़ता है !
विष्णु पुराण सिर्फ एक किताब नहीं है यह एक जीवन शैली है ! हर बार जब मैं इसे पढ़ता हूं तो कुछ नया सीखने को मिलता है ! कभी धैर्य की सीख, कभी प्रेम का पाठ, कभी न्याय की शिक्षा !
आज के डिजिटल युग में भी यह ग्रंथ उतना ही प्रासंगिक है ! बल्कि मैं तो कहूंगा कि आज और भी ज्यादा जरूरी है ! क्योंकि जितनी तेजी से दुनिया बदल रही है उतनी ही तेजी से हमें अपनी जड़ों से जुड़े रहने की जरूरत है !
विष्णु पुराण हमें सिखाता है कि बदलाव प्रकृति का नियम है, लेकिन प्रेम, भक्ति, और धर्म हमेशा अपनी जगह रहते हैं ! जब भी जिंदगी में अंधेरा लगे तो इस अमूल्य खजाने को खोलिए यकीन मानिए, रास्ता मिल जाएगा !
यह पुराण हमें याद दिलाता है कि हम सिर्फ व्यक्ति नहीं हैं बल्कि इस विशाल ब्रह्मांड का हिस्सा हैं ! और जब हम अपने को इस बड़ी तस्वीर का हिस्सा समझते हैं तो जीवन की छोटी मोटी परेशानियां खुद ही छोटी लगने लगती हैं !
आखिर में, मैं बस यही कहूंगा विष्णु पुराण को पढ़िए, समझिए, और जीवन में उतारिए ! यह न सिर्फ आपको बेहतर इंसान बनाएगा बल्कि आपके आसपास के लोगों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा !