ब्रह्माण्ड पुराण : जब मैंने खोजा ब्रह्माण्ड का रहस्य
जब मैंने पहली बार ब्रह्माण्ड पुराण के बारे में सुना तो मन में सवाल उठा क्या सचमुच इसमें पूरे ब्रह्माण्ड का रहस्य छिपा है ? जब पढ़ना शुरू किया तो लगा जैसे यह किताब सिर्फ धर्म नहीं बल्कि विज्ञान और जीवन दर्शन का अनोखा संगम है ! यह एक ऐसी यात्रा थी जिसने मेरी सोच ही बदल दी !
क्या आपने कभी रात के आसमान को देखकर सोचा है कि यह सब कैसे बना ? तारे, चांद, सूरज कहां से आए ? हमारे पुराने ऋषि मुनियों ने हजारों साल पहले इन्हीं सवालों के जवाब ढूंढे थे और उन्होंने जो पाया था, वो सब इस पुराण में लिखा है !
ब्रह्माण्ड पुराण को अठारह महापुराणों में से एक माना जाता है ! लेकिन इसकी खासियत यह है कि इसमें सिर्फ कहानियां नहीं, बल्कि पूरे ब्रह्माण्ड की व्यवस्था को समझाने का प्रयास किया गया है ! कुछ लोग इसे ‘ वायवीय पुराण ‘ भी कहते हैं क्योंकि हवा के देवता वायु ने ही इसे वेदव्यास जी को दिया था !
यह पुराण लगभग बारह हजार ( 12000 ) श्लोकों में लिखा गया है और इसे तीन मुख्य भागों में बांटा गया है ! हर भाग अपने आप में एक अलग दुनिया है कहीं विज्ञान की बात है, कहीं इतिहास की, और कहीं आध्यात्म की !
पहले भाग को पढ़ते समय लगता है जैसे कोई वैज्ञानिक किसी खोजकर्ता को ब्रह्माण्ड के रहस्य बता रहा हो ! यहां बताया गया है कि यह दुनिया कैसे बनी, देवी देवता कैसे पैदा हुए, और समय का चक्र कैसे चलता है !
जो बात मुझे सबसे ज्यादा हैरान करती है वो यह है कि हमारे पुराने ऋषि सूर्य, चांद, और तारों के बारे में इतना कैसे जानते थे ? इस भाग में तारों की स्थिति, ग्रहों की गति, और आकाश में चलने वाले नक्षत्रों का इतना सटीक वर्णन है कि आधुनिक खगोल विज्ञान भी इसकी तारीफ करता है !
क्या आपको लगता है कि बिना टेलीस्कोप के यह सब जानना संभव था ? शायद हमारे पूर्वज कुछ ऐसी विधियां जानते थे जिन्हें हम आज भूल गए हैं !
गंगावतरण की कथा इस भाग की सबसे प्रसिद्ध कहानी है ! लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह कहानी सिर्फ धार्मिक नहीं है ? राजा भगीरथ की मेहनत से गंगा का धरती पर उतरना दरअसल जल संरक्षण और नदियों के महत्व का संदेश देता है !
जब मैं इस कहानी को पढ़ता हूं तो लगता है कि हमारे पुराने लोग कितने समझदार थे ! वे जानते थे कि पानी के बिना जिंदगी नहीं चल सकती, इसलिए उन्होंने नदियों को देवी का दर्जा दिया ! आज जब हम प्रदूषण और पानी की कमी से परेशान हैं तब यह संदेश और भी महत्वपूर्ण हो जाता है !
दूसरा भाग पढ़ते समय मुझे एहसास हुआ कि हमारे पुराने लोग अपने पूर्वजों को कितना सम्मान देते थे ! यहां श्राद्ध और पिंडदान की विस्तार से चर्चा है ! लेकिन यह सिर्फ रस्म रिवाज नहीं है यह पीढ़ियों के बीच रिश्ते को मजबूत बनाने का तरीका है !
इस भाग में सूर्यवंश और चंद्रवंश के राजाओं की कहानियां हैं ! ये सिर्फ कहानियां नहीं बल्कि हमारे इतिहास के टुकड़े हैं ! इन्हें पढ़कर पता चलता है कि उस जमाने में राज्य कैसे चलाए जाते थे, न्याय कैसे होता था, और समाज की व्यवस्था क्या थी !
परशुराम की कथा विशेष रूप से दिलचस्प है ! यह बताती है कि जब समाज में अन्याय बढ़ जाता है तो कैसे कोई व्यक्ति उसके खिलाफ खड़ा होता है ! यह सिर्फ धार्मिक कहानी नहीं बल्कि सामाजिक न्याय का सबक है !
तीसरा भाग मेरे लिए सबसे रोमांचक था ! यहां त्रिपुर सुंदरी ( ललिता देवी ) की कथा है, जिसे ललितोपाख्यान कहते हैं ! यह सिर्फ एक कहानी नहीं बल्कि शक्ति और साहस की मिसाल है !
भंडासुर नाम का एक दानव था जो बहुत शक्तिशाली हो गया था और अच्छे लोगों को परेशान करता था ! देवी ललिता ने उसे हराया ! यह कहानी बताती है कि चाहे बुराई कितनी भी मजबूत हो जाए, अंत में अच्छाई की ही जीत होती है !
आज के जमाने में जब हम भ्रष्टाचार, अन्याय और गलत बातों से घिरे हैं तब यह कहानी हमें हिम्मत देती है कि सच्चाई के साथ खड़े रहना चाहिए !
यह पुराण हम तक कैसे पहुंचा ? इसकी एक दिलचस्प कहानी है ! ब्रह्मा जी से शुरू होकर यह ज्ञान गुरु शिष्य की परंपरा से चलते चलते सूत जी तक पहुंचा, और फिर सूत जी ने नैमिषारण्य में ऋषियों को सुनाया !
यह बताता है कि पुराने समय में ज्ञान को कितनी सावधानी से संरक्षित किया जाता था ! गुरु अपना सबसे कीमती ज्ञान सिर्फ उसी शिष्य को देता था जो उसके लायक होता था !
जब मैंने इस पुराण को पूरा पढ़ा तो एक बात समझ में आई यह सिर्फ धर्म की किताब नहीं है ! यह विज्ञान, इतिहास, भूगोल, और जीवन जीने की कला सिखाने वाली एक संपूर्ण गाइड है !
आज जब हम तनाव, प्रदूषण, और सामाजिक समस्याओं से घिरे हैं, तब इस पुराण की शिक्षाएं बहुत काम आती हैं :
जब मैं दोस्तों को इस पुराण के बारे में बताता हूं तो कई लोग कहते हैं ” यह तो बहुत पुराना है, आज के जमाने में क्या काम आएगा ? ” लेकिन सच यह है कि इसमें लिखी बातें आज भी उतनी ही सच हैं जितनी हजारों साल पहले थीं !
क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे पूर्वज इतने वैज्ञानिक कैसे थे ? बिना आधुनिक यंत्रों के वे तारों की स्थिति, पृथ्वी की संरचना, और समय के चक्र को कैसे समझ गए थे ?
इस पुराण की एक खासियत यह भी है कि इसकी भाषा बहुत सुंदर है ! संस्कृत में लिखा गया यह ग्रंथ पढ़ते समय लगता है जैसे कोई कविता सुन रहे हों ! हर श्लोक में गहरा अर्थ छिपा है और हर कहानी में जीवन का कोई सबक मिलता है !
विद्वानों का कहना है कि महाकवि कालिदास भी इसी शैली से प्रभावित थे ! यह बताता है कि यह पुराण न सिर्फ धर्म और दर्शन की दृष्टि से बल्कि साहित्य की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है !
यह पुराण सिर्फ भारत में ही प्रसिद्ध नहीं है ! पुराने जमाने में हमारे ऋषि इसे इंडोनेशिया तक ले गए थे ! वहां इसका स्थानीय भाषा में अनुवाद भी हुआ था, जो आज भी मौजूद है ! यह दिखाता है कि सच्चा ज्ञान देश काल की सीमाओं को पार करके फैलता है !
जब मैंने यह पुराण पूरा पढ़ा तो लगा जैसे जिंदगी को देखने का मेरा नजरिया ही बदल गया ! पहले मुझे लगता था कि धर्म और विज्ञान अलग चीजें हैं लेकिन इसे पढ़कर समझ आया कि दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं !
आज जब भी मैं रात के आसमान को देखता हूं तो उन तारों में अपने पूर्वजों की बुद्धिमत्ता दिखाई देती है ! जब नदी किनारे जाता हूं तो गंगावतरण की कहानी याद आती है ! और जब कभी कोई मुश्किल आती है तो देवी ललिता की शक्ति का स्मरण करके हिम्मत मिलती है !
क्या यह सिर्फ हिंदुओं के लिए है ?
बिल्कुल नहीं ! यह पुराण इंसानियत के लिए है ! इसमें जो बातें कही गई हैं प्रकृति का सम्मान, पूर्वजों को याद रखना, न्याय के लिए लड़ना, और बुराई के सामने नहीं झुकना ये सभी बातें हर इंसान के काम आती हैं, चाहे वह किसी भी धर्म का हो !
आज के डिजिटल युग में जब हम मोबाइल और कंप्यूटर में खोए रहते हैं तब यह जरूरी हो जाता है कि हम अपनी जड़ों को न भूलें ! यह पुराण हमें सिखाता है कि तकनीक के साथ साथ मानवीय मूल्यों को भी जिंदा रखना चाहिए !
मैं चाहूंगा कि आने वाली पीढ़ी भी इन कहानियों को पढ़े, न सिर्फ धार्मिक भावना से बल्कि ज्ञान और विज्ञान की दृष्टि से भी ! क्योंकि इसमें जो ज्ञान छिपा है वह आज भी उतना ही कीमती है जितना हजारों साल पहले था !
ब्रह्माण्ड पुराण को पढ़ना मेरे लिए सिर्फ एक किताब पढ़ना नहीं था यह एक यात्रा थी ! इसने मुझे सिखाया कि जिंदगी में संतुलन कैसे बनाया जाए, कैसे विज्ञान और आध्यात्म दोनों को अपनाया जाए, और कैसे एक बेहतर इंसान बना जाए !
अगर आप भी चाहते हैं कि आपकी जिंदगी में कुछ नया आए, कुछ गहराई आए, तो मैं सुझाव दूंगा कि इस पुराण को एक बार जरूर पढ़ें ! हो सकता है यह आपकी जिंदगी भी बदल दे, जैसे इसने मेरी बदली है !
क्योंकि आखिर में, हम सब एक ही ब्रह्माण्ड के हिस्से हैं और इस पुराण में उसी ब्रह्माण्ड के रहस्य छिपे हैं जिसे जानना हर इंसान का हक है !